Saturday, August 11, 2018

Whats app new tricks

हेलो  फ्रेंड्स जैसा की आप सब जानते है व्हाट्सप्प ( whats app ) हमारे लिए कितना जरूरी है ा और हमारे रोज के यूज़  में तो और भी चार चाँद लगेगा देता है जब व्हाट्सप्प पे कोई नई तरीके से मैसेज भेजने का तरीका मालूम पर जाये ा 

और मजा तो तब अता है जब दोस्तों को नई तरीके से मैसेज करो और वो देख के चौक जाये और आपसे पूछे 
भाई - कैसे किया ये मैसेज कोन सा ट्रिक है  हमको भी बता मगर आप भी थोड़ा सा भाव खा लेते हो
अरे यार पहले पार्टी दो  बस यही सब चलता राहत है  दोस्तों के साथ ा

कुछ इसी तरह के apps ले के आये है ा  यह दो एप्प  है जो बहुत ही कमल के है  इसका डाउनलोड लिंक एप्प  का लिंक एप्प  के नाम के सामने है वह से आप डाउनलोड कर ले  पहले पूरा पढ़ ले कैसे यूज़ करना है ा 

 1.  TEXT REPEATER  ⇨ Download app   https://play.google.com/store/apps/details?id=com.centroidapps.textrepeater

2.  M3 TRANSLATOR ⇨ Download app  https://play.google.com/store/apps/details?id=com.morsecode.translator.jinh


Text repeater 

यूज़  ➢ इस एप्प को डाउनलोड करले ओपन करे ओपन होते ही आपको इस तरह का फोटो दिखे गए 
             इस में आपको बहुत सरे ऑप्शन मिल जायेगा आप इसका यूज़ करेंगे तो समझ जायेंगे ा 
 

इस सभी ऑप्शन में से किसी एक को चुन लेना है और आप अपना टेक्स्ट लिख के कॉपी या शेयर कर ले  

 

और भी बहुत सरे ऑप्शन है आप यूज़  करे 


M3 Translator

 जानकारी पहले लोगो के बिच मैसेज भेजने का एक अनोखा उपाय था  और आज भी सिक्रेट एजेंट इस का                        उपयोग करते है ा जिसका नाम है मोर्स कोड 
 

यह इसी तरह का दिखता है  इसमें एक बटन होता है जिसको दबा कर मैसेज लिखा जाता है ा  इसका लिखा मैसेज इस तरह का होता है 

आप भी इस सीक्रेट  मैसेज के जरिया व्हाट्सप्प पे बाते कर सकते हो 


 यूज़  ➢ आपको एप्प  डाउनलोड करना है जो ऊपर दिया है ा  ओपन होने के बाद  तरह का फोटो दिख जये गए 

आपको  यहाँ  पे जोभी लिखो गे वो मोर्स कोड में बदल जायेगा  


अगर आप जानते हो मोर्स कोड को लिखना या पढ़ना तो आप इसका भी यूज़  कर सकते हो 
इस से आप मोर्स कोड डायरेक्ट लिख सकते हो 
और आप अपने दोस्तों को शेयर कर सकते हो 

आपको यह जानकारी ऐसा लगा कमेंट कर के जरूर बताइये गए  THANK YOU





Sunday, August 5, 2018

what is internet

बेसिकली (Basically) इंटरनेट का सफर बहुत पुराना है ा इसका सुरुवात 1970 ईo  में किया गया था इस दसक में विंट सर्फ और बाबा काहन के जरिये शुरू  किया गया ा उन्होने ऐसे तरीके का अविष्कार किया की लोग देखते रह गए उस अविष्कार के जरिये  किसी भी सूचना को खंड (छोटे-छोटे ) पैक में तोरा जा सकता था और उसको किसी और कम्प्यूटर में भेजा जा सकता था और वह कंप्यूटर में पहुंच कर पुनः उसी प्रकार हो जाता था जीस प्रकार पहले कंप्यूटर में भेजा गया ा                 




                 बहोत रिसर्च के बाद एक और तकनीक का अविष्कार हुवा ा इस तकनीक को ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल  कहा गया ा  सूचना का अदन प्रदान तभी दुहराया जा सकता है जब दो कंप्यूटर एक दूसरे के सम्पर्क में रहेंगे  ा  इसी संपर्क को ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल  कहा गया ा  सूचना का इस तरह से अदना प्रदान तभी दुहराया जा सकता है जब किसी भी नेटवर्क में हर कंप्यूटर का खास पता हो की वो खा है उस का उयपो कहा हो रहा है ा जिसको हम Location  कहते है ा


इस पते को इंटरनेट प्रोटोकॉल   IP addres कहा जाता है ा इंटरनेट प्रोटोकॉल  का वास्तव में कुछ नम्बर होता है जो एक दूसरे से एक बिंदु के द्वारा अलग -अलग  किये गए है ा जिसके बहुत से  प्रकार होते हैा
          कुछ इस प्रकार के 112.440.667.55   होते है ा सूचना को जब छोटे-छोटे पैकेट में तोर कर दूसरे कंप्यूटर में भेजा जाता है तो यह पैकेट एक तरह से एक चिट्ठी होता है जिसे भेजने वाले का पूरी जानकारी रहता है उसका नाम नंबर और कहा भेजा जायेगा सारी  जानकारी उस पर रहती है ा
               
             जब वह पैकेट किसी भी नेटवर्क कंप्यूटर के संपर्क में पहुँचता है तो कंप्यूटर देखता है की वह पैकेट उसके लिए भेजा गया गई या नही ा यदि वह पैकेट उसके लिए नहीं भेजा गया है तो वह उसे उसी डिसा में आगे आगे बढ़ा देता है ा 


        अक्सर कार्यालयों  के सरे कंप्यूटर आपस में एक दूसरे से जुड़े होते है और वह एक दूसरे से संवाद करते हैा  इसको लैन  कहते है ा लैन  में ज़ुरा कोई कंप्यूटर या कोई अकेला कंप्यूटर, दूसरे कंप्यूटरो के साथ टेलीफोन लाइन या सेटेलाइट से ज़ुरा रहता हैं ा अर्थात, दुनिया भर के कंप्यूटर एक दूसरे से जुड़े हैं ा इण्टरनेट,दुनिया भर के कंप्यूटर का ऐसा नेटवर्क है जो एक दूसरे से सवाद कर सकता है ा














        

AADIMANAV HISTORY

Aadim History anav  : आज हम जिस समाज में रहते है, उसके परिवेश की हमे आदत पड़ जाती है. हम यह मान लेते है, दुनियाँ हमेशा से ऐसी ही रही होगी. ...